Thursday, February 19, 2015

यादें


ये यादें भी बहुत अजीब होती हैं,
कुछ यादें,बुरा स्वप्न सी
सीने में दफ्न हो जाती हैं,
तो कुछ यादें, 
जीवन-बन को महका देती हैं।

मुस्काते लबों पर
अश्रु-शबनम बिखेर देती हैं,
पर कुछ यादें
रोती आँखों को मुस्कुराहट से भर देती हैं।

बड्ते कदम को रोक
देती हैं ये यादें,
तो कुछ, रोके कदमों में
जान डाल देती हैं ये यादें।

कुछ यादें, जीवन भर का
साथ बन जाती हैं ,
वहीं कुछ, कपूर बन
पल में हवा में घुल जाती हैं।

सीने में शूल बन चुभ जाती हैं
कुछ यादें, तो कुछ
साँस में बस जाती जाती हैं ये यादें

फिर भी,
ये यादें ही जीवन का सहारा है,
तो कुछ,
जीना मुश्किल कर देती हैं
ये यादें।






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